hot cooked meal scheme:आंगनबाड़ी केंद्रों का शिलान्यास करने के लिए लाइव कार्यक्रम का आयोजन किया गया। मुख्यमंत्री ने ऑनलाइन शुभारंभ किया। जनपद में 29 आंगनबाड़ी केंद्रों का निर्माण कराया जाएगा। एमएलसी ने कहा कि जल्द ही हाॅट कुक्ड मील योजना का शुभारंभ कर गरीब बच्चों को आंगनबाड़ी केंद्राें पर गर्म भोजन दिलाया जाएगा, ताकि उनको परेशानी न उठानी पड़े।आंगनबाड़ी केंद्रों पर पंजीकृत तीन से छह वर्ष के बच्चों को गर्म भोजन उपलब्ध कराने के लिए जनपदों में हॉट कुक्ड मील योजना का शुभारंभ एवं 403 करोड़ की लागत से 35 जनपदों में 3401 आंगनबाड़ी केंद्रों का शिलान्यास मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ऑनलाइन किया।
अयोध्या दौरे पर गए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आंगनबाड़ी केंद्रों के बच्चों को बड़ी सौगात दी|उत्तर प्रदेश के आंगनबाड़ी केंद्रों में अब बच्चों को गरम-गरम पका हुआ खाना परोसा जाएगा. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज शुक्रवार को अयोध्या से हॉट कुक्ड मील योजना का शुभारंभ किया|
इस दौरान उन्होंने 403 करोड़ की लागत से 35 जनपदों में निर्मित होने जा रहे 3,401 आंगनबाड़ी केंद्रों का शिलान्यास भी किया. योजना का शुभारंभ करने के बाद मुख्यमंत्री योगी ने एक आंगनबाड़ी केंद्र पर बच्चों को भोजन खिलाया|
hot cooked meal scheme 2023
एमएलसी ने कहा कि प्रदेश के अंदर बिना किसी भेदभाव के हर वर्ग को जन कल्याणकारी योजनाओं का लाभ मिल रहा है। गरीब आदमी जो अपने बच्चों को खाना खिलाने के समय अपनी रोजमर्रा के लिए कार्य के लिए काम करने के लिए बाहर चले जाते हैं ऐसे बच्चों को आंगनबाड़ी केंद्र पर पंजीकृत कर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा गर्म पका पकाया भोजन दिया जाना और उनके स्वास्थ्य में वृद्धि के लिए सहायक सिद्ध होगा।
सीडीओ ने कहा कि हाॅट कुक्ड मील योजना में ग्राम प्रधानों का विशेष सहयोग की आवश्यकता रहेगी। सभी ग्राम प्रधानों को सकारात्मक सहयोग करने के लिए सहयोग करने को कहा। जनपद में बच्चों को कुपोषण से दूर करने के लिए समय-समय पर बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग द्वारा अनेक कार्यक्रम चलाकर कुपोषण को दूर करने का कार्य किया जा रहा हैं। एडीएम ने कहा कि आंगनबाड़ी केंद्रों पर पंजीकृत ऐसे बच्चे जो शिक्षा ग्रहण करने एवं खाने-पीने में असमर्थ है।ऐसे बच्चों को प्रदेश सरकार द्वारा हाॅट कुक्ड मील योजना के माध्यम से भोजन उपलब्ध कराकर उनको लाभान्वित किया जा रहा है।
उत्तर प्रदेश हॉट कुक्ड मील योजना का उद्देश्य (Objective)
उत्तर प्रदेश हॉट कुक्ड मील योजना का उद्देश्य बच्चों को पौष्टिक भोजन प्रदान करके उनकी शारीरिक और मानसिक विकास को बढ़ावा देना है। योजना के तहत, प्रत्येक आंगनबाड़ी केंद्र में एक रसोई होगी जहां बच्चों के लिए गर्म भोजन तैयार किया जाएगा। भोजन में सब्जियां, दालें, चावल, रोटी, और अन्य पौष्टिक आहार शामिल होंगे। भोजन की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए, सरकार ने एक मानक मेनू निर्धारित किया है जिसका पालन सभी आंगनबाड़ी केंद्रों को करना होगा।
योजना के उद्देश्यों को निम्नलिखित बिंदुओं में संक्षेपित किया जा सकता है:
- बच्चों को पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराना, जिससे उनकी शारीरिक और मानसिक विकास में सुधार हो।
- बच्चों को स्कूल जाने के लिए प्रेरित करना।
- बच्चों में कुपोषण की समस्या को कम करना।
- बच्चों में स्वच्छता और स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाना।
35 जनपदों में बनेगा आंगनबाड़ी भवन
अयोध्या के पुलिस लाइन स्थित कंपोजिट विद्यालय में सीएम ने 35 जनपदों में 403 करोड़ की लागत से 3401 आंगनवाड़ी केंद्रों के निर्माण का शुभारंभ किया. सीएम योगी ने कहा कि इस योजना के माध्यम से हमने यह प्रयास किया है कि प्रदेश की सभी जनपदों में आंगनबाड़ी केंद्रों का अपना भवन हो, ताकि आगे चलकर प्री प्राइमरी व्यवस्था को सरकार अमली जामा पहना सके|
3 वर्ष से 6 वर्ष के बच्चों को पोषण
शुक्रवार की सुबह 10:30 बजे प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के सभी 75 जिलों के लिए इस योजना का शुभारंभ किया. योजना के तहत प्रदेश के 1.89 लाख पुंगनबाड़ी केंद्रों में पंजीकृत 80 लाख से अधिक बच्चों को पका भोजन दिया जाएगा. इसमें 3 वर्ष से 6 वर्ष के बच्चों को पोषण में मदद मिलेगी|
उत्तरप्रदेश हॉट कुक्ड मील योजना विशेषताएं
- योजना के तहत, प्रत्येक आंगनबाड़ी केंद्र में एक रसोई होगी जहां बच्चों के लिए गर्म भोजन तैयार किया जाएगा।
- भोजन में सब्जियां, दालें, चावल, रोटी, और अन्य पौष्टिक आहार शामिल होंगे।
- भोजन की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए, सरकार ने एक मानक मेनू निर्धारित किया है जिसका पालन सभी आंगनबाड़ी केंद्रों को करना होगा।
- योजना के तहत, प्रत्येक बच्चे को प्रतिदिन 70 ग्राम खाद्यान्न और 250 ग्राम सब्जियां उपलब्ध कराई जाएंगी।
- भोजन को बच्चों को सुबह 11:00 बजे तक परोसा जाएगा।
- योजना का लाभ लेने के लिए, बच्चों को आंगनबाड़ी केंद्र में नामांकित होना चाहिए। योजना का लाभ 6 महीने से 6 वर्ष की आयु के सभी बच्चों को मिलेगा।
- योजना के तहत, सरकार प्रत्येक आंगनबाड़ी केंद्र को प्रति माह 10,000 रुपये प्रदान करेगी। यह राशि भोजन तैयार करने, रसोई की देखभाल करने, और अन्य संबंधित खर्चों के लिए उपयोग की जाएगी।