देश के किसी भी राज्य से अथवा विदेश से उत्तर प्रदेश की सीमा में आने वाले हर एक व्यक्ति की जांच एवं उसके स्वास्थ्य पर लगातार नजर रखी जाए और बस, रेलवे और एयरपोर्ट पर अतिरिक्त सतर्कता बरती जाए। इसमें कहा गया है कि निगरानी समितियों ने कोरोना प्रबंधन में सराहनीय कार्य किया है। उन्होंने कहा कि तीसरी लहर के दृष्टिगत गांवों और शहरी वार्डों में निगरानी समितियों को पुनः सक्रिय किया जाए।
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देश में एक बार फिर से कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रान के बढ़ते संक्रमण के चलते उत्तर प्रदेश सरकार ने भी सतर्कता शुरू कर दी है। सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर प्रदेश में 25 दिसंबर यानी कल रात से कोरोना रात्रिकालीन कर्फ्यू लगाने का निर्णय किया गया है। मध्य प्रदेश के बाद उत्तर प्रदेश में भी रात्रिकालीन कोरोना कर्फ्यू प्रभावी किया गया है।
उत्तर प्रदेश शासन ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर शनिवार 25 दिसंबर से उत्तर प्रदेश में रात्रिकालीन कोरोना कर्फ्यू लगाने का निर्णय किया है। अब प्रदेश में रात 11 बजे से प्रात: पांच बजे तक रात्रिकालीन कोरोना कर्फ्यू लागू होगा। इसके साथ ही अब शादी-विवाह आदि सार्वजनिक आयोजनों में कोविड प्रोटोकॉल का साथ अधिकतम 200 लोगों के भागीदारी की अनुमति होगी। इनके आयोजनकर्ता को स्थानीय जिला तथा पुलिस प्रशासन को इसकी सूचना भी देनी होगी।
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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उच्च स्तरीय टीम को निर्देश दिया है कि देश के विभिन्न राज्यों में कोविड-19 के मामलों में बढ़ोतरी देखी जा रही है, ऐसे में कुछ कड़े कदम उठाए जाने की आवश्यकता है. आदेश में कहा गया है कि शनिवार 25 दिसंबर से प्रदेशव्यापी रात्रिकालीन कोरोना कर्फ्यू प्रभावी होगा. हर दिन रात्रि 11 बजे से प्रातः 05 बजे तक रात्रिकालीन कोरोना कर्फ्यू लागू होगा. शादी-विवाह आदि सार्वजनिक आयोजनों में कोविड प्रोटोकॉल का साथ अधिकतम 200 लोगों तक की भागीदारी की अनुमति होगी. समारोह के आयोजनकर्ता को इसकी सूचना स्थानीय प्रशासन को देनी होगी|
यूपी नाइट कर्फ्यू
सीएम योगी ने उच्चस्तरीय टीम-09 को निर्देश दिए हैं कि वो बाजारों में ‘मास्क नहीं तो सामान नहीं’ के संदेश के साथ व्यापारियों को जागरूक करें। बिना मास्क कोई भी दुकानदार ग्राहक को सामान न दे। इसके साथ ही सड़काें और बाजारों में हर किसी के लिए मास्क अनिवार्य किया जाए। पुलिस बल लगातार गश्त करे। पब्लिक एड्रेस सिस्टम को और प्रभावी बनाया जाए।
उन्होंने कहा कि बाहर से आने वाले हर एक व्यक्ति की जांच कराएं और उनके स्वास्थ्य पर सतत नजर रखी जाए। आवश्यकतानुसार लोगों को क्वारंटीन किया जाए और अस्पतालों में भर्ती कराया जाए। सहगल ने कहा कि कोविड-19 की तीसरी लहर की आशंका के दृष्टिगत हमने पूर्व में व्यवस्थित तैयारियां की हैं, जिनका पुनर्परीक्षण कर लिया जाए। प्रदेश के सभी शासकीय या निजी मेडिकल संस्थानों में उपलब्ध मेडिकल सुविधाओं की बारीकी से परख कर ली जाए।