उत्तराखंड आँचल अमृत योजना 2022|मुख्यमंत्री आँचल अमृत योजना 2022|आँचल अमृत योजना उत्तराखंड|Mukhyamantri Anchal Amrit Yojana|uk Anchal Amrit Yojana|Anchal Amrit Yojana 2022
प्यारे दोस्तों आज हम अपने इस आर्टिकल में मुख्यमंत्री आँचल अमृत योजना 2022 की जानकारी साझा करने जा रहे हैं| हम आपको बताएंगे कि आप किस प्रकार उत्तराखंड आँचल अमृत योजना 2022 लाभ उठा सकते हैं| उत्तराखंड के मुख्यमंत्री मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत आँचल अमृत योजना 2022 की शुरुआत की है|Mukhyamantri Anchal Amrit Yojana के तहत 20 हजार आंगनबाड़ी केंद्रों में पढ़ने वाले ढाई हजार बच्चों सप्ताह में दो दिन 100-100 एमएल दूध मिलेगा।
इस पहल के माध्यम से लगभग 2.5 लाख बच्चों को उचित पोषण मिलेगा जिससे बच्चों में कुपोषण के खतरे को रोकने में मदद मिलेगी | उत्तराखंड राज्य में लगभग 20,000 आंगनवाड़ी केंद्र हैं और इन केंद्रों पर बच्चों को सुगंधित, मीठा और skimmed milk powder दिया जाएगा |
उत्तराखंड के आंगनवाड़ी केंद्रों में 3 से 6 वर्ष की आयु वर्ग के बच्चों को निःशुल्क दूध मिलेगा | इस सहकारिता अभियान से, आने वाले वर्षों में आंगनवाड़ी केंद्रों में पढ़ रहे कुपोषित बच्चों को उचित पोषण प्रदान किया जाएगा |
उत्तराखंड आँचल अमृत योजना 2022
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री ने को देहरादून में मुख्यमंत्री आँचल अमृत योजना 2022 की शुरूआत की है |आंगनवाड़ी केंद्रों में बच्चों को सप्ताह में 2 बार निःशुल्क दूध प्रदान किया जाएगा |राज्य भर में लगभग 20,000 आंगनवाड़ी केंद्रों में लगभग 2.5 लाख बच्चों को 100 ml मुफ्त दूध मिलेगा |मुख्यमंत्री आँचल अमृत योजना 2019 के तहत बच्चों को सुगंधित, मीठा, स्किम्ड मिल्क पाउडर उपलब्ध कराया जाएगा |इस योजना का प्राथमिक उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि राज्य में बच्चे स्वस्थ हों जो देश के भविष्य को स्वस्थ और सुरक्षित बनाने के लिए आवश्यक हैं |
मुख्यमंत्री आँचल अमृत योजना 2022
महिला सशक्तीकरण और बाल विकास मंत्रालय ने इस योजना को राज्य में कुपोषण से लड़ने की दिशा में बड़ा कदम बताया है | राज्य में 18,000 बच्चे हैं जो कुपोषण से पीड़ित हैं यही कारण है जिससे
मुख्यमंत्री आँचल अमृत योजना शुरू की गई |
मुख्यमंत्री द्वारा दिए गए आधिकारिक बयान के अनुसार, उन्होंने कहा कि “आंगनवाड़ी केंद्रों में लगभग 2.5 लाख छात्र पढ़ते हैं | चूंकि इनमें से अधिकांश बच्चे समाज के वंचित वर्गों से आते हैं और उनके पास पोषण की उचित व्यवस्था नहीं है, इसलिए सरकार अब उन्हें मुफ्त दूध उपलब्ध कराने का निर्णय लिया है | दूध एक उच्च गुणवत्ता का पोषण स्रोत है, इसलिए सरकार ने उन बच्चों को सप्ताह में दो बार 100 ml मुफ्त दूध प्रदान करने का निर्णय लिया है |”
प्यारे दोस्तों की जानकारी किस प्रकार लगी अगर आप इससे संबंधित कोई प्रश्न पूछना चाहते हैं हमारे कमेंट बॉक्स पर लिख दीजिए हम उसका उत्तर अवश्य देंगे आप हमारे फेसबुक पेज को लाइक और शेयर कर सकते हैं जिसे आप उत्तराखंड की योजनाओं के साथ अपडेट रहेंगे|