सीजी गोधन न्याय योजना|छत्तीसगढ़ गोधन न्याय योजना|godhan nyay yojana 2022|CG godhan nyay yojana|
प्यारे दोस्तों आज हम अपने इस आर्टिकल मैं गोधन न्याय योजना की जानकारी देने जा रहे हैं| हम आपको बताएंगे कि गोधन न्याय योजना क्या है| आप किस प्रकार छत्तीसगढ़ गोधन न्याय योजना का लाभ उठा सकते हैं| इस बार सरकार ने गोधन न्याय योजना शुरू कर गोबर खरीदे जाने की घोषणा की गई है, आम लोगों ने सरकार के इस पहल को गो रक्षा के लिये प्रभावशाली कदम बताया है। इसके चलते इस योजना से बेसहारा घूम रहे पशुओं से फसल को बचाया जा सकेगा।
वहीं किसानों द्वारा गोबार बेच कर इन पशुओं को रखने व पौष्टिक चारे कीव्यवस्था कर दूध उत्पादन कर आर्थिक लाभ ले सकेंगे। साथ ही बेसहारा घूम रहे पशुओं को काफी हद तक कत्लखानों में जाने से रोका जा सकेगा ।गोधन न्याय योजना अन्तर्गत पशु मालिकों से गोबर खरीदे जाने के संबंध में नगर के लघु कृषक ने कहा कि प्रदेश सरकार के गोधन न्याय योजना के तहत गोबर खरीदने का योजना का हम समर्थन करते हैं।अब गोबर खरीदने से मवेशियों के मालिक अपने पशुओं को आर्थिक लाभ के चलते घर में रखेंगे। इससे फसल को नुकसान से बचाने में मदद मिलेग।
छत्तीसगढ़ गोधन न्याय योजना
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छत्तीसगढ़ में खुले में पशुओं के चरने की परंपरा रही है, जो मवेशियों और फसलों दोनों को ही नुकसान पहुंचाता है। शहरों की सड़कों पर आवारा जानवर सड़क दुर्घटनाओं का प्रमुख कारण हैं। देख गया है कि अधिकतर दूध निकालने के बाद गायों को छोड़ दिया जाता है|सरकार ने ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए लगातार प्रयास किए हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि राज्यमें पशुपालकों के वित्तीय हित की रक्षा के लिए गोधन न्याय योजना एक कारगर कदम साबित होगी।
Chhattisgarh Godhan Nyay Yojana नई अपडेट
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल बुधवार को इस योजना के तहत पंजीकृत लाभार्थियों को उनके गोबर की खरीद का भुगतान की प्रक्रिया का उद्घाटन कर दिया है । इस योजना के अंतर्गत कुल 65,694 पंजीकृत लाभार्थियों में से 46,764 से लगभग 82,711 क्विंटल गोबर की खरीद की जा चुकी है। छत्तीसगढ़ गोधन न्याय योजना के अंतर्गत कुल देय राशि 1,65,00,000 रुपये है इसकी पहली किस्त सहकारी बैंक के माध्यम से सीधे लाभार्थियों के सीधे बैंक अकाउंट में राज्य सरकार द्वारा ट्रांसफर किये जायेगे।
गोधन न्याय योजना जारी की गई 11वीं एवं 12वीं किस्त की राशि
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री के द्वारा अपने निवास कार्यालय में एक समारोह आयोजित किया गया था। इस समारोह में उन्होंने सभी छत्तीसगढ़ गौधन न्याय योजना के लाभार्थियों को संबोधित किया। उन्होंने इस अवसर पर 11वीं तथा 12वीं किस्त की राशि लाभार्थियों के बैंक अकाउंट में ट्रांसफर की। 16 दिसंबर से 31 दिसंबर के बीच खरीदे गए गोबर विक्रेताओं को 11वी किस्त के 4.51 करोड़ रुपए पहुंचाएं गए। 1 जनवरी से 15 जनवरी के बीच खरीदे गए गोबर की 12वीं की राशि के 3.02 करोड़ रुपए लाभार्थियों के खाते में ऑनलाइन माध्यम से ट्रांसफर किए गए। अब तक छत्तीसगढ़ गौधन न्याय योजना के अंतर्गत 71 करोड़ 72 लाख रुपए का भुगतान कर दिया गया है।
मुख्यमंत्री जी के द्वारा यह भी बताया गया कि इस योजना के लाभार्थियों में से 57 हजार से अधिक भूमिहीन किसान है। गोबर बेचना इन सभी भूमिहीन किसानों के लिए आय का एक साधन बन गया है। जिससे कि सरकार का किसानों की आय में वृद्धि करने का उद्देश्य भी प्राप्त हो रहा है। अब तक छत्तीसगढ़ गोधनिया योजना के अंतर्गत 35 लाख 86 हजार क्विंटल गोबर की खरीद की जा चुकी है। आने वाले समय में सरकार द्वारा यह खरीद जारी रखी जाएगी।
छत्तीसगढ़ गौधन न्याय योजना पृष्ठभूमि
राज्य सरकार द्वारा ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सुधारने के लिए पिछले डेढ़ वर्ष से कई सारी योजनाएं जैसे कि नरवा, गुरुवा आदि चलाई जा रही है। सरकार द्वारा पशुओं के लिए गौशालाओं का निर्माण भी किया गया है। अब तक राज्य के 2200 गांवों में गौशालाओं का निर्माण कर दिया गया है और आने वाले समय में 5000 और गांवों में गौशालाओं का निर्माण किया जाएगा। छत्तीसगढ़ गौधन न्याय योजना राज्य की अर्थव्यवस्था तथा ग्रामीण अर्थव्यवस्था के लिए बहुत लाभकारी साबित होगी। इस योजना के माध्यम से रोजगार के अवसर भी उत्पन्न होंगे। इस योजना के लागू होने के बाद पशुधन मालिक अपने पशुओं को उचित चारा पानी मुहैया कराएंगे तथा काउ डंग को बेच भी सकेंगे।
- छत्तीसगढ़ देश का पहला कॉउ डंग खरीदने वाला राज्य बनेगा। सूराजी गांव योजना के माध्यम से गौशालाओं का निर्माण किया जाएगा और इन गौशालाओं के माध्यम से गोधन न्याय योजना को लागू किया जाएगा। महिला स्वयं सहायता समूह इन केंद्रों पर वर्मिनकंपोस्ट तैयार करने सहित विभिन्न अन्य अनु मुख्य योजनाएं संचालित करेंगे।
- सरकार द्वारा छत्तीसगढ़ गोधन न्याय योजना को चरणबद्ध तरीके से गौशालाओं का निर्माण कर के विस्तृत किया जाएगा। लगभग 11,630 ग्राम पंचायत तथा 2000 गांव में गौशालाओं का निर्माण किया जाएगा।
Godhan Nyay Yojana Highlights
योजना का नाम | गोधन न्याय योजना |
इनके द्वारा शुरू की गयी | छत्तीसगढ़ मुख्यमंत्री जी के द्वारा |
लॉन्च की तारीक | 27 जून 2022 को |
लाभार्थी | पशुपालन |
उद्देश्य | रोजगार प्रदान करना |
छत्तीसगढ़ गोधन न्याय योजना लाभ
- गांवों में पशुधन के विकास के लिए गौठानों का निर्माण किया गया है|
- राज्य के 2200 गांवों में गौठानों का निर्माण हो चुका है और 2800 गांवों में गौठानों का निर्माण किया जा रहा है|
- आने वाले दो-तीन महीने में लगभग 5 हजार गांवों में गौठान बन जाएंगे|
- गौठानों को कमाई के केन्द्र के रूप में तैयार किया जा रहा है|
- यहां बड़ी मात्रा में केंचुआ खाद यानी वर्मी कम्पोस्ट तयैरा किया जाएगा. और इस काम को महिला स्व-सहायता समूहों के माध्यम से किया जाएगा|
- गोधन न्याय योजना सरकार किसानों से गाय का गोबर खरीदेगी|
- गोबर खरीदने की एक कीमत तय की जाएगी|
- इस योजना से गाय पालन को बढ़ावा मिलने के साथ किसानों की आमदनी में भी इजाफा होगा|
गोधन न्याय योजना छत्तीसगढ़ के मुख्य तथ्य
- इस योजना को ज्यादा से ज्यादा गांव और शहरों में भविष्य में चलाया जायेगा।
- Godhan Nyay Yojana Chhattisgarh को दो चरण में चलाया जाएगा, जिसमें पहले चरण में राज्य के 2240 गोशालाओं को जोड़ा जाएगा, फिर कुछ ही दिनों में 2800 गठनों का निर्माण होने के बाद दूसरे चरण में भी गोबर खरीदा जाएगा।
- सरकार द्वारा इस योजना के ज़रिये 2 रूपये प्रतिकिलो की दर से गाय का गोबर ख़रीदा जायेगा।
- इस योजना के माध्यम से सरकार 21 जुलाई 2020 को पहली बार गोबर खरदीने की शुरआत करेगी।
छत्तीसगढ़ गोधन न्याय योजना के दस्तावेज़ (पात्रता )
- आवेदक छत्तीसगढ़ राज्य का स्थायी निवासी होना चाहिए।
- इस योजना के तहत केवल राज्य के गाय पशुपालको को ही पात्र माना जायेगा।
- बड़े जमींदारों व्यापारियों को उनकी समृद्धता के आधार पर इस योजना का लाभ नहीं दिया जायेगा।
- आधार कार्ड
- निवास प्रमाण पत्र
- मोबाइल नंबर
- पशुओ से सम्बंधित जानकारी
- पासपोर्ट साइज फोटो
गोधन न्याय योजना 2022 ऑनलाइन आवेदन कैसे करें
- छत्तीसगढ़ गोधन न्याय योजना ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करने के लिए आपको भी थोड़ा इंतजार करना होगा|
- क्योंकि इस योजना की घोषणा की गई है| जल्दी आवेदन प्रक्रिया को सरकार शुरू कर दे|