एक जिला एक उत्पाद योजना राजस्थान”Ek Jila Ek Utpad Yojana Rajasthan

one district one product Yojana Rajasthan”राजस्थान एक जिला एक उत्पाद योजना” Rajasthan Ek Jila Ek Utpad Yojana”one district one product scheme in hindi

केंद्र सरकार ने अपनी योजना ‘एक जिला, एक उत्पाद’ के तहत राजस्थान सरकार की ओर से 33 जिलों के उत्पादों की भेजी गई लिस्ट को मंजूर कर लिया है. अब इन 33 जिलों के उत्पादों से जुड़े उद्योगों, इकाइयों को ODSP योजना का लाभ मिल सकेगा|जो उस जिले की पहचान बनेगा। यह बिजनेस सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम (MSME) के श्रेणी में रखा गया है। इस एक जिला एक उत्पाद योजना के तहत राज्य के बेरोजगार युवाओ को रोजगार के भी अवसर प्रदान(Unemployed youth are also being provided employment opportunities.) किये जा रहे है |

केंद्र सरकार  ने ODOP स्कीम देश के 700 जिलों के उनके बेस्ट उत्पादों को प्रोत्साहित करने के लिए शुरू की है. इस योजना में सभी राज्यों के साथ मिलकर काम किया जाएगा. इसके तहत राज्य के हर जिले के पारंपरिक उद्योग को प्रोत्साहन दिया जाएगा साथ ही ODOP उत्पादों को तैयार करनेवाली इकाइयों को पूंजी निवेश के लिए सहायता दी जाएगी|ODOP के तहत जिलों के प्रोडक्ट्स का चयन करने के लिए केंद्र सरकार ने राजस्थान सरकार से भी कहा था. जिसके मुताबिक राजस्थान सरकार ने  साल 2020 की शुरुआत में ही संभागवार हर जिले की खासियतवाले उत्पादों की लिस्ट केंद्र सरकार को भेज दी थी|राजस्थान सरकार ने MSMEs में तैयार किए जा रहे ऐसे उत्पादों और सेक्टर्स को चुना जिनमें बेहतर संभावना है और उन्हें बड़े प्लेटफॉर्म पर लाया जा सकता है|

राजस्थान एक जिला एक उत्पाद योजना

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दरअसल केंद्र सरकार का इस योजना को लाने के पीछे कृषि उत्पादों की मदद, उनकी प्रोसेसिंग के साथ नुकसान को कम करना, उचित परख और स्टोरेज के साथ मार्केटिंग के लिए कोशिश करना शामिल है| इन उत्पादों से जुड़ी MSMEs में पूंजी निवेश में भी सहायता की जाएगी. इसके अलावा दूसरे और भी लाभ हैं| दरअसल वाणिज्य विभाग कृषि निर्यात के तहत एक क्लस्टर तैयार करने की कोशिश कर रहा है| इसी तरह कृषि मंत्रालय भी इसी तर्ज पर काम कर रहा है|वन डिस्टिक वन प्रोडक्ट के अंतर्गत सभी राज्यों में उद्यमियों के लिए प्रशिक्षण की सुविधा भी उपलब्ध करवाई जाएगी। 

One District One Product 2022 

योजना का नाम One District One Product
इसके द्वारा शुरू की गयी मुख्यमंत्री  जी के द्वारा
लॉन्च की तारीक 24 जनवरी 2020
विभाग सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम तथा निर्यात प्रोत्साहन विभाग
उद्देश्य  जिले के छोटे, मध्यम और परंपरागत उद्योगो का विकास

एक जनपद एक उत्पाद योजना का उद्देश्य

प्रदेश सरकार का उद्देश्य है कि प्रत्येक जनपद के हस्तकला ,हस्तशिल्प एवं विशिष्ट हुनर को सुरक्षित एवं विकसित किया जाये | ताकि उस जनपद में रोजगार सृजन हो और अथिक समृद्धि का लक्ष्य हासिल हो सके ये तभी हो सकता  है  जब जनपद के विशिष्ट उत्पाद के लिए कच्चा माल ,डिज़ाइन प्रशिक्षण तकनीकी एवं बाजार उपलब्ध कराया जा सके | वन डिस्ट्रिक वन प्रोडक्ट के जरिए छोटे – छोटे कारीगरों को स्थानीय स्तर पर भी अच्छा मुनाफा मिल सकेगा और उन्हें  अपना घर, जिला छोड़कर दूर किसी दूसरी जगह नही भटकना पड़ेगा | इस One District One Product योजना के ज़रिये प्रदेश के जनपदों के सभी कलाकारों को आर्थिक रूप से भी मदद करना |

One District One Product Scheme 2022 के मुख्य तथ्य

  • वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट स्कीम से राज्य के छोटे से छोटे गांव का नाम देश  प्रदेश में प्रसिद्ध होगा और यह योजना युवाओं को भी आकर्षित करेगी, जिससे बेरोजगार युवाओ को  नए रोजगार के अवसर  मिलेंगें।
  •  यह योजना के अनर्गत  जिलों के छोटे, मध्यम और पारंपरिक उद्योगों (Small, Medium, and Traditional Industries)  के विकास में वृद्धि होगी |
  • इस योजना के तहत उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए नई टेक्नोलॉजी का प्रयोग और कारीगरों को ट्रेनिग दी जायेगा ताकि वह प्रोडक्ट मार्केट में दुसरे प्रोडक्ट की बराबरी कर सके |
  • One District One Product Scheme 2022 में हर जनपद  के लिए उत्पाद का चयन वहाँ की परंपरा और उपलब्धता के आधार पर किया गया है जैसे आगरा चमड़ा उत्पाद के लिए, फिरोजाबाद काँच की चुडियो के लिए, इलाहाबाद अमरुद फ्रूट प्रोसेसिंग के लिए आदि |
  • एक जनपद एक उत्पाद योजना का उद्देश्य उत्तर प्रदेश के 75 जनपदों में विशिष्ट पारंपरिक उत्पाद औद्योगिक केंद्रों की स्थापना कर उन पारंपरिक उद्योगों का विस्तार करना है जो राज्य के संबंधित जनपदों के पर्याय हों ।

नीचे उन 33 जिलों के नाम और उनके चिन्हित प्रोडक्ट्स की सूची है जिन्हें केंद्र सरकार ने मंजूरी दी है.  

1.अलवर – प्याज

2.अजमेर – गुलाब

3.बांसवाड़ा – आम

4.बारां – लहसुन

5.बाड़मेर – अनार

6.भरतपुर – सरसों आधारित उद्योग

7. भीलवाड़ा – मक्का आधारित उत्पाद

8. बीकानेर – मोठ(भुजिआ, नमकीन, पापड़)

9.बूंदी – चावल आधारित उत्पाद – पोहा, मुरमुरा

10.चित्तौड़गढ़ – गुड़

11. चूरू – मूंगफली उत्पाद

12.दौसा – गेंहू (अनाज आधारित उत्पाद-दलिया, जौ, बाजरा), टमाटर

13.धौलपुर – आलू आधारित उत्पाद – चिप्स

14. डूंगरपुर – आम

15. हनुमानगढ़ – गेंहू अनाज आधारित उत्पाद – नूडल्स, पास्ता

16.जयपुर – टमाटर

17.जालौर – इसबगोल

18.जैसलमेर – पोषक जेरोफाइटिक फल कैर, सांगरी(ये आचार या सब्जी के रूप में इस्तेमाल की जाती है)

19.झालावाड़ – संतरा

20.झुंझुनूं – फल आधारित उत्पाद, नीम्बू

21.जोधपुर – जीरा – (सफाई, ग्रेडिंग, वर्गीकरण, पैकिंग, भुनाई, जीरा आधारित पेय)

22.करौली – तिल  (सफाई, ग्रेडिंग, वर्गीकरण, पैकिंग, भुनाई, गजक)

23.कोटा – धनिया

24.नागौर – मेथी

25.पाली – दूध उत्पाद

26.प्रतापगढ़ – लहसुन

27. राजसमंद – फल आधारित उत्पाद – आंवला, जामुन, सीताफल, विविध वन उत्पाद

28.सवाई माधोपुर – अमरूद

29.सीकर – प्याज

30.सिरोही – सौंफ (मुखवास एवं मसाले के लिए सफाई, ग्रेडिंग, वर्गीकरण, पैकिंग और चीनी लपेट कर बनाई जानेवाली मीठी सौंफ)

31.श्रीगंगानगर – किन्नू

32.टोंक – सरसों आधारित उत्पाद

33.उदयपुर – विविध वनोत्पाद, आंवला, सीताफल, जामुन

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