2 Aug 2025 Surya Grahan: सूर्य ग्रहण इस समय इंटरनेट पर बज क्रिएट किए हुए है. सदी का सबसे लंबा सूर्य ग्रहण कब और कितने बजे लगेगा इसे लेकर गूगल पर जमकर सर्च किया जा रहा है. जानिए ये सूर्य ग्रहण कब लग रहा है|
Surya Grahan 2025: सदी का सबसे लंबा सूर्य ग्रहण जिससे 6 मिनट के लिए धरती पर अंधेरा छा जाएगा. 2 अगस्त को दुनिया अंधेरे में डूब जाएगी. इसे 100 साल का सबसे लंबा सूर्य ग्रहण कहा जा रहा है|यह बात सही है कि 2 अगस्त को सबसे लंबा सूर्य ग्रहण लगेगा लेकिन वह सूर्य ग्रहण 2 अगस्त 2025 को नहीं 2027 में लगेगा. नासा न खुद इसका जवाब दिया है कि यह दुर्लभ सूर्यग्रहण 2 अगस्त 2027 को लगने वाला है. यह ऐसी दुर्लभ खगोलीय घटना होगी जो कई दशकों से नहीं देखी गई है. इसके बाद भी आगे साल 2114 तक ऐसा दुर्लभ सूर्य ग्रहण दोबारा नहीं देखा जा सकेगा
Surya Grahan 2025
जहां तक बात साल 2025 में लगने वाले सूर्य ग्रहण की है तो वह सितंबर में लगेगा. 21 सितंबर को साल 2025 का दूसरा और आखिरी सूर्य ग्रहण लगेगा. यह एक आंशिक सूर्य ग्रहण होगा|साल 2025 में लगने वाले सूर्य ग्रहण का समय भारतीय समयानुसार रात 10.59 बजे से देर रात 3.23 मिनट तक रहेगा. यानी कि इस सूर्य ग्रहण की अवधि करीब 4 घंटा 24 मिनट की रहने वाली है. वहीं ग्रहण का मध्य काल रात 1.11 बजे रहेगा.
Surya Grahan 2025: सूर्य ग्रहण वैसे तो खगोलीय घटना है लेकिन हमारे वैदिक धर्म में ग्रहण को अच्छा नहीं माना जाता है इसलिए इसका जिक्र जब भी होता है तो लोगों के दिल-दिमाग में एक भय पैदा हो जाता है। आपको बता दें कि सोशल मीडिया पर किसी ने अफवाह उड़ा दी है कि 2 अगस्त यानी कि शनिवार को साल का दूसरा सूर्यग्रहण लगने जा रहा है और ये पिछले दस सालों में लगे सभी सूर्य ग्रहणों से कहीं ज्यादा लंबा होगा, जिसका घातक असर लोगों के जीवन पर पड़ेगा।
2 अगस्त को होगा सदी का सबसे लंबा सूर्य ग्रहण
जिसके बाद लोग इसके समय और सावधानियों को लेकर सोशल मीडिया पर सर्च करने लगे और देखते ही देखते वहां सवालों की बाढ़ सी आ गई है जबकि सच तो ये है कि 2 अगस्त को कोई सूर्य ग्रहण नहीं लगने जा रहा है और जब ग्रहण नहीं तो सूतककाल कैसा?
पहला ग्रहण भारत में प्रभावी नहीं था इसलिए इसका सूतक काल नहीं लगा था, ये केवल एशिया, अफ्रीका, यूरोप, अटलांटिक महासागर, आर्कटिक महासागर और अमेरिका के कुछ हिस्सों में दिखाई दिया था और दूसरा सूर्य ग्रहण भी भारत में नजर नहीं आएगा।
21 सितंबर का Surya Grahan रात 11 बजे से शुरू होगा
ये आंशिक सूर्य ग्रहण है, जो कि भारतीय समयानुसार, 21 सितंबर का ग्रहण रात 11 बजे से शुरू होकर 22 सितंबर की सुबह 3 बजकर 24 मिनट तक चलेगा। इसकी कुल अवधि लगभग 4 घंटे 24 मिनट होगी। जिस वक्त ये ग्रहण लगेगा, उस वक्त भारत में रात होगी इसलिए इस खगोलीय घटना का गवाह हिंदुस्तान नहीं बनेगा।
कब लगता है Surya Grahan?
जब चंद्रमा पृथ्वी और सूर्य के बीच आ जाता है और कुछ समय के लिए सूर्य का प्रकाश पृथ्वी तक नहीं पहुंच पाता, तो उसे सूर्य ग्रहण कहा जाता है। ये केवल अमावस्या के दिन ही होता है। सूर्य ग्रहण को नग्न आंखों से नहीं देखना चाहिए क्योंकिं ग्रहण काल में काफी खतनाक किरणें निकलती हैं, जो कि आंखों को नुकसान पहुंचा सकती हैं।
सूर्य ग्रहण के प्रकार
- पूर्ण सूर्य ग्रहण (Total Solar Eclipse)
- आंशिक सूर्य ग्रहण (Partial Solar Eclipse)
- वलयाकार सूर्य ग्रहण (Annular Solar Eclipse)
- मिश्रित ग्रहण (Hybrid Eclipse)
आपको बता दें कि वैदिक धर्म में ग्रहण को अच्छा नहीं माना जाता है क्योंकि माना जाता है कि ग्रहों का परिवर्तन जातकों के जीवन पर असर डालते हैं इसलिए इस दौरान हर किसी को सावधानी बरतनी जरूरी होती है।
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आइए जानते हैं Surya Grahan के दौरान क्या करें और क्या ना करें?
क्या करें?
- ग्रहणकाल में धूप जलाकर रखें।
- ग्रहण काल से पहले तुलसी के पत्ते को खाने-पीने की चीजों में डाल दें।
- ईश्वर का ध्यान करें और भजना-कीर्तन करें।
क्या ना करें?
- पूजा स्थल के पास ना जाएं।
- तुलसी के पौधे को हाथ ना लगाएं।
- गर्भवती महिलाएं घर से बाहर ना निकलें।
- गर्भवती महिलाएं कैंची-चाकू का प्रयोग न करें।
- झगड़ा ना करें।
- निंदा ना करें।
- भोजन ना करें।